पुलिस के पास कोई जादू की छड़ी नहीं, कि घुमाया और अपराधी शिकंजे में आ जाए, सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखने की है जरूरत
जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम जिले में अपराधियों का मनोबल काफी ऊंचा हो गया है। हाल के दिनों में आपराधिक वारदातों में हुई बढ़ोतरी ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। घटना को लेकर व्यापारी वर्ग भी आक्रोशित है। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स ने तो आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है। लूट के विरोध में काला बिल्ला लगाकर आक्रोश जताया तो अब झारखंड के मुख्यमंत्री को त्राहिमाम पत्र भी भेजा है। चैम्बर के अध्यक्ष ने तो यहां तक कह दिया है कि लचर विधि व्यवस्था को देख अब व्यापारी राज्य से पलायन के मूड में हैं।
इधर पुलिस अपनी ओर से घटनाओं के उद्भेदन का पूरा प्रयास कर रही है। सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं तो संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है। इतना ही नहीं सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट और एडीएम लॉ एंड ऑर्डर ने सभी आभूषण व्यापारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
हालांकि पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी कि ज्वेलरी शॉप में कैमरे तो लगे हैं, लेकिन उनकी क्वालिटी खराब है। कई बैंकों के सीसीटीवी खराब पड़े हैं। उन्हें आवश्यक निर्देश दिया जा रहा है। इधर जिला पुलिस सिटी में 100 सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी में है। इसके लिए जन प्रतिनिधियों के साथ ही टाटा स्टील के साथ भी बात चल रही है।
अब अगर सुरक्षा इंतजामों की बात करें तो वह भी पूरी तरह दुरूस्त और फुल प्रूफ नहीं कही जा सकती। ज्यादातर दुकानों और प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं, लेकिन करोड़ो रुपए का कारोबार करने वाले लोग सेफ्टी के लिए घटिया क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरा इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण वारदात के बाद उस कैमरे से अपराध और अपराधी के बारे में साफ पता नहीं चल पाता, जिससे पुलिस की परेशानी बढ़ जाती है।
मामले में सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका कहते हैं का जागृति निरंतर प्रक्रिया का विषय है। व्यापारियों में जागृति आयी है। पहले कैमरे नहीं लगे थे। अब लग रहे हैं और हर साल कैमरों की संख्या बढ़ रही है। चैंबर टाइम्स मैगजीन में भी हम हर बार दुकान, प्रतिष्ठान, गोदाम और आवास को सीसीटीवी से युक्त करने की अपील करते हैं। जहां तक क्वालिटी की बात है तो यह बाजार में हर तरह के प्रो़डक्ट मिलते हैं और यह तो इंट्रेस्ट का विषय है। वैसे आने वाले दिनों में और जागरुकता आएगी।
ताजा घटना की बात करें तो पिछले दिनों साकची में हुई 10 लाख रुपए के स्वर्णाभूषणों की लूट मामले में कुछ यही बात सामने आयी। एसएसपी डॉ. एम तमिल वणन कहते हैं कि कई दुकानों की जांच से पता चला कि वहां लगे सीसीटीवी की क्वालिटी खराब है, जिस कारण फुटेज भी साफ नहीं है। यही कारण है कि सीसीटीवी में बाइक का नंबर तो कैप्चर हुआ है, लेकिन तस्वीर साफ नहीं होने के कारण नंबर का पता नहीं चल रहा है। उन्होंने व्यवसाइयों से सुरक्षा पर जोर देने की अपील की।
इसके साथ ही दुकानों और बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे की जानकारी ली जा रही है। साथ ही खराब सीसीटीवी कैमरे का डेटा तैयार किया जा रहा है, ताकि उसे दुरुस्त कराया जा सके। वहीं पुलिस शहर के विभिन्न स्थानों पर और ज्यादा से ज्यादा सीसीटीवी इंस्टॉल करने की तैयारी में है। इसे लेकर जनप्रतिनिधियों से बात हो रही है साथ ही टाटा कंपनी से भी इस दिशा में बात आगे बढ़ रही है। चूंकि यह योजना काफी एक्सपेंसिव है, इस कारण इसमें थोड़ा समय लग रहा है।
पुलिस सुरक्षा इंतजामों पर जोर देने की बात इसलिए कर रही है, ताकि अपराधियों में पकड़े जाने का खौफ हो और इस कारण वे आपराधिक वारदातों को अंजाम देने से पहले खुद के अंजाम की सोच लें। इसके लिए सतर्कता बरतने की जरूरत है, क्योंकि पुलिस के पास कोई जादू की छड़ी तो है नहीं, कि घुमाया और अपराधी पकड़ा गया। इसके लिए सभी को सतर्क रहने और सुरक्षा इंतजामों का ध्यान रखने के साथ ही पुलिस की मदद करने की जरूरत है।