- 28 अप्रैल से फरार था शक्तिपदो सेनापति
- वाहन चलाते हुए मोबाइल से बात करने से रोकने पर पकड़ लिया था एएसआई का कॉलर
- फोटो खींचने पर पत्रकारों का कैमरा तोड़ा, जान मारने की दी थी धमकी
जमशेदपुर: सरायकेला-खरसावां जिले के कांड्रा टोल प्लाजा के पास पुलिस और पत्रकारों के साथ दादागिरी के बाद फरार रामकृष्णा फोर्जिंग के सीपीओ शक्तिपदो सेनापति को आखिरकार पुलिस ने उड़ीसा से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि हर पुलिस पदाधिकारी मामले की पुष्टि करने से बचता रहा, लेकिन अंततः सबकुछ साफ हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उसे उड़ीसा से सरायकेला लाया जा रहा है। संभावना है कि कल पुलिस उसे मीडिया के सामने प्रस्तुत करे।
घटना के बाद से ही शक्तिपदो के लोग उसे बचाने में लग गए थे। इस खबर पर Gularya.com की पल-पल नजर थी और हर पहलू से हमने आपको अवगत कराया। चाहे उसका वीडियो हो, धरना-प्रदर्शन हो, फरार होने की बात हो या कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल याचिका पर सुनवाई की बात हो। अब वह गिरफ्तार हो चुका है और इसके साथ ही उसकी यह सोच कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, पर पुलिस ने हथौड़ा चला दिया है। शक्तिपदो सेनापति की गिरफ्तारी से उसके सहयोगियों को भी झटका लगा है।
आपको बता दें कि शक्तिपदो ने एंटीसिपेटरी बेल के लिए भी प्रयास किया था। हालांकि सीजेएम के पास से उसकी याचिका रिजेक्ट हो चुकी है और अब डीजे कोर्ट में बेल मूव किया गया है, जिसपर कल सुनवाई होनी है। इससे पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि शक्तिपदो सेनापति ने न सिर्फ पुलिस के साथ बदसलूकी की बल्कि घटना की वीडियोग्राफी करने पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी और हाथापाई करते हुए देख लेने की धमकी दी गई। मामले में पुलिस द्वारा शक्तिपदो सेनापति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और दोनों पत्रकारों द्वारा मारपीट, जान मारने की धमकी देने और कैमरा छीनकर क्षतिग्रस्त करने का मामला दर्ज कराया गया था।