जमशेदपुर: सरायकेला-खरसावां जिला स्थित रामकृष्णा फोर्जिंग के सीपीओ शक्तिपतो सेनापति को गिरफ्तार करने के बाद आज पुलिस उसे लेकर एमजीएम अस्पताल पहुंची। पुलिस ने उसे उड़ीसा से गिरप्तार किया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा था, लेकिन न उसकी न उसके सहयोगियों की चली।
हालांकि गिरफ्तारी के बाद भी जेल जाने से बचने के लिए उसने शरीर में दर्द और अन्य बीमारियों का हवाला दिया। इसके बाद जब पुलिस शक्तिपदो को लेकर एमजीएम अस्पताल पहुंची तो उसने अपना चेहरा छुपा रखा था। जांच के बाद उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया था। कोई भी यह बताने से परहेज कर रहा है कि आखिर शक्तिपदो सेनापित को कौन सी बीमारी है। क्या कोई पुरानी बीमारी थी जो गिरफ्तारी के बाद एक्टिव हो गई।
हालांकि वह लगातार पत्रकारों से अपना चेहरा छुपाने काप्रयास करता रहा। इस दौरान उसने अपने दोनों हाथों से चेहरे को छुपाए रखाष पत्रकारों ने उससे कई सवाल भी पूछे, लेकिन उसने एक का भी जवाब नहीं दिया।
शक्तिपदो की तबियत इतनी खराब कि खुद ही स्ट्रेचर पर लेटा
शक्तिपदो की हालत कितनी खराब है, इसका अंदाजा आपको इन तस्वीरों से ही लग जाएगी। उसकी तबियत इतनी खराब है कि उसे अपना चेहरा छुपाना याद रहा। इतना ही नहीं पुलिस की गाड़ी से खुद ही वह स्ट्रेचर पर सवार हुआ।
गौरतलब है कि कांड्रा टोल प्लाजा के पास पुलिस और पत्रकारों के साथ बदसलूकी के बाद फरार रामकृष्णा फोर्जिंग के सीपीओ शक्तिपदो सेनापति को बीती रात उड़ीसा से गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि शक्तिपदो ने एंटीसिपेटरी बेल के लिए भी प्रयास किया था। हालांकि सीजेएम के पास से उसकी याचिका रिजेक्ट हो चुकी है और अब डीजे कोर्ट में बेल मूव किया गया है, जिसपर कल सुनवाई होनी है। इससे पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि शक्तिपदो सेनापति ने न सिर्फ पुलिस के साथ बदसलूकी की बल्कि घटना की वीडियोग्राफी करने पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी और हाथापाई करते हुए देख लेने की धमकी दी गई। मामले में पुलिस द्वारा शक्तिपदो सेनापति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और दोनों पत्रकारों द्वारा मारपीट, जान मारने की धमकी देने और कैमरा छीनकर क्षतिग्रस्त करने का मामला दर्ज कराया गया था।