शिकारीपाड़ा, दुमका
दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के सीमानी जोड़ गांव में एक शर्मनाक घटना सामने आयी। स्थानीय लोगों ने एक प्रेमी जोड़े का जूते की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया। हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस गांव पहुंची तो लोगों ने प्रेमी जोड़े को पुलिस के हवाले करने से इंकार करते हुए कहा कि गांव की पंचायत में ही इसका फैसला होगा।
बताते हैं कि सिवानीजोड़ गांव की दो बच्चों की मां का इसी थाना क्षेत्र के हाथवारी गांव निवासी तीन बच्चे के पिता के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। मामले की जानकारी महिला के पति को हुई तो उसने अपने साथियों के साथ पहुंचकर अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को एक साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद दोनों के हाथ एक साथ बांध जूते की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया गया।
ग्रामीण यहीं नहीं रुके, दोनों को दुमका-रामपुरहाट राष्ट्रीय उच्च पथ पर भी घुमाया। ग्रामीण चेतावनी दे रहे थे कि इस तरह के कार्य करने वाले को यही सजा मिलेगी। सूचना पाकर शिकारीपाड़ा थाने के एसआई सुगना मुंडा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि ग्रामीणों ने बंधक बनाए गए प्रेमी युगल को पुलिस के हवाले करने से इंकार कर दिया। कहा कि इसका फैसला गांव के पंचायत में ही किया जाएगा।
शांति समिति की बैठक में पहुंचे एसडीपीओ, सदर नूर मुस्तफा के नेतृत्व में पुलिस बल एक बार फिर गांव पहुंची, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। जानकारी के अनुसार एसडीपीओ मो नूर मुस्तफा एवं सीओ राजू कमल, थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह के साथ गांव पहुंच कर ग्रामीणों को समझा बुझा कर बंधक बनाए गए प्रेमी युगल को मुक्त कराने का प्रयास किया, लेकिन प्रयास विफल रहा। इसके बाद फिर एक बार एसडीपीओ ने पुलिस टीम क्षेत्र भ्रमण के दौरान किसी आदिवासी नेता को इस कार्य के लिए लगाया। इसके बाद एक आदिवासी नेता ने उन दोनों प्रेमी युगल को गांव से मुक्त कराकर करीब 4 बजे शिकारीपाड़ा थाना पहुंचाया। सूत्रों से पता चला कि प्रेमी युगल पर ग्रामीणों ने आर्थिक दंड लगाया है। प्रेमी युगल आर्थिक दंड देने में सक्षम नहीं हुए। इसके बाद दोनों को थाना लाया गया। मामले में शिकारीपाड़ा पुलिस की मानें तो किसी पक्ष से लिखित शिकायत नहीं की गई है। मामले में दोनों पक्ष समझौता कराने में जुटे हैं।